ऐ खुदा गुजारिश है तुझसे मुझे अगली जिन्दगी में दरख्त ही बनाना! ऐ खुदा गुजारिश है तुझसे मुझे अगली जिन्दगी में दरख्त ही बनाना!
बदलो भेस ! बदलो भेस !
ये कविता उन तमाम जिद्दी लोगो को ध्यान में रख के लिखी गयी है जिनकी जिद ने कितनी ही क्रांतियों की नींव... ये कविता उन तमाम जिद्दी लोगो को ध्यान में रख के लिखी गयी है जिनकी जिद ने कितनी ह...
एक स्वप्न देखा था मैंने खुदीराम बोस नाम अमर करने का ! एक स्वप्न देखा था मैंने खुदीराम बोस नाम अमर करने का !
कर प्रदूषण मुक्त धरा को,आने वाले कल को हम बचायेंगे । कर प्रदूषण मुक्त धरा को,आने वाले कल को हम बचायेंगे ।
अपनी नियति अपने हाथों से अब हम स्वयं संवारेंगे। अपनी नियति अपने हाथों से अब हम स्वयं संवारेंगे।